रायपुर।जीपीएम (छग एमपी टाइम्स/04 अप्रैल 2024) :
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल रायपुर से बोर्ड परीक्षार्थियों का डाटा लीक हुआ है या किया गया है, इस सम्बन्ध में उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए, क्योंकि जो लोग परीक्षार्थियों को फोन कर रहे हैं, उन्हें परीक्षार्थियों के नाम के साथ ही माता पिता का नाम, रोल नम्बर, मोबाइल नंबर सब कुछ पता आखिर कैसे चला, यह बड़ा सवाल अब हर किसी के जुबान पर है। क्या माध्यमिक शिक्षा मण्डल में कोई ऐसा शख्स है जिसने पूरा का पूरा डाटा लीक कर दिया है। अब यहां पर यह भी चिंता का विषय बन गया है कि बोर्ड परीक्षा उत्तर पुस्तिका में परीक्षार्थी का सिर्फ रोल नम्बर ही लिखा होता है तो फिर परीक्षार्थी का पूरा डाटा फोन करने वाले शख्स के पास कैसे पहुंचा ?
बता दें कि फोन करने वाला परीक्षार्थियों को फोन कर 80% नंबर देकर पास करने की बात कहकर रूपये फोन पे के माध्यम से पेमेंट करने की बात कर रहा है।
ऐसा ही एक मामला 4 अप्रैल 2024 गुरुवार को पेंड्रा थाना क्षेत्र में भी सामने आया है। हाई स्कूल ललाती, विकासखंड गौरेला की एक छात्रा को दोपहर लगभग 12 बजे मो.नं. 8902473363 से लगातार तीन बार फोन किया गया। फोन करने वाले ने कहा कि वह माध्यमिक शिक्षा मण्डल रायपुर से बोल रहा है। उसने छात्रा का पूरा डाटा बताया और कहा कि छात्रा फेल हो रही है, यदि उसे दोपहर 1 बजे तक 4500 रूपये फोन पे के माध्यम से दे दिया गया तो वह छात्रा को 80% नम्बर दिलाकर पास करा देगा।
बता दें कि छात्रा के परिजनों को ठगी का अंदाजा होने के कारण उन्होंने ठग को ट्रेस करने के लिए उसके मोबाइल नंबर 7787964696 में 5 रूपये फोन पे के माध्यम से डाला है। ठग का दूसरा नंबर 9038132586 भी है।
इसी तरह से पेंड्रा थाना क्षेत्र के हाई स्कूल सरखोर में पढ़ने वाले ग्राम गिरारी के परीक्षार्थी को 9883769931 से और 8961861828 से देवरीखुर्द की छात्रा को फोन आया है। इसी तरह से मरवाही थाना क्षेत्र के सिवनी की एक छात्रा को 7462912381 से सिवनी की एक छात्रा को फोन आया है।
हालांकि छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल रायपुर के उप सचिव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बोर्ड परीक्षा 2024 में शामिल छात्रों और उनके पालकों को परीक्षा में पास कराने के नाम पर फोन करने वालों से सतर्क रहने का अपील किया है। लेकिन सिर्फ अपील करना नाकाफी है, बल्कि माध्यमिक शिक्षा मण्डल के अधिकारियों और शासन को उच्च स्तरीय जांच कर यह भी पता लगाना चाहिए कि परीक्षार्थियों का डाटा किसने लीक किया ?