सावधान : नशे के आदि युवा नशीले इंजेक्शन एक दूसरे का उपयोग कर हो रहे एचआईवी संक्रमित…,जिले में बढ़ रही है एचआईवी संक्रमितों की संख्या…,छोटे से जिले में एचआईवी संक्रमितों की संख्या पहुंची 252, जिसमें नशे के आदि हो चुके 30 साल के युवा भी शामिल….

सावधान : नशे के आदि युवा नशीले इंजेक्शन एक दूसरे का उपयोग कर हो रहे एचआईवी संक्रमित…,जिले में बढ़ रही है एचआईवी संक्रमितों की संख्या…,छोटे से जिले में एचआईवी संक्रमितों की संख्या पहुंची 252, जिसमें नशे के आदि हो चुके 30 साल के युवा भी शामिल….

पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (CG MP TIMES/02 दिसम्बर 2024) :
जीपीएम जिले में एड्स (एचआईवी) संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 252 तक पहुँच गई है, जो स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बन गई है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, बीते नवंबर माह में ही 8 नए एचआईवी पॉजिटिव मरीज मिले हैं, यह संख्या एक छोटे जिले के काफी चौंकाने वाली है। इनमें जनरल मरीजों के अलावा ऐसे कम उम्र के युवा भी शामिल हैं, जो इंजेक्शन के माध्यम से नशा करते हैं।

बता दें कि एचआईवी दुनिया की सबसे खतरनाक बीमारियों में से एक बीमारी है। बीते दिन अंतरराष्ट्रीय विश्व एड्स दिवस भी मनाया गया था, जिसमें एड्स से बचने के उपायों पर चर्चा की गई। जैसे असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित खून का इस्तेमाल आदि के विषय में जानकारी जिला अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा कार्यक्रम के जरिए लोगों को उपलब्ध कराई गई थी।

हम लोगों की कर रहे काउंसलिंग – सीएमएचओ डॉ. रामेश्वर शर्मा

सीएमएचओ डॉ. रामेश्वर शर्मा ने बताया कि जिले में एचआईवी पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 250 के पार पहुँच गया है, जो काफी चिंता का विषय है। हम लगातार इस संक्रमण को फैलाने से रोकने के उद्देश्य से काम कर रहे हैं। बीते 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस पर हमने इसके लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया था, ताकि लोग इससे डरे नहीं बल्कि खुद भी जागरूक हो और दूसरे लोगों की मदद के लिए आगे आए। अगर कोई एड्स से संक्रमित है तो उसे भेदभाव नहीं होना चाहिए।

उन्होंने बताया कि एचआईवी का ट्रीटमेंट उपलब्ध है और हमारे पास भी इसकी व्यवस्था है। हम लोगों की काउंसलर के माध्यम से काउंसलिंग कर रहे हैं। लोगों को यह जानना जरूरी है कि किसी बीमारी को छिपाने से उसका इलाज संभव नहीं है, उन्हें निश्चिन्त होकर जांच कराना चाहिए।

नशीले इंजेक्शन का सेवन बन रहा एचआईवी फैलने का कारण – आईसीटीसी काउंसलर अजरा खान

आईसीटीसी काउंसलर अजरा खान ने बताया कि जब से जिला हॉस्पिटल बना है, तब से जांच में बढ़ोतरी हुई है, जिससे एचआईवी के नए मामले लगातार सामने आ रहे हैं। मौजूदा समय में जिले में 250 से ज्यादा एक्टिव केस हैं, जिनमें से 8 बीते नवंबर महीने में सामने आए हैं।

एचआईवी मामलों में वृद्धि के लिए नशीली दवाओं के दुरुपयोग को जिम्मेदार ठहराते हुए अजरा खान ने बताया कि इन 8 मरीजों में से 4 मरीज सामान्य हैं और अन्य 4 को इंजेक्शन की वजह से एचआईवी हुआ है। उन्होंने बताया कि इंजेक्शन से एचआईवी फैलने के मुख्य तौर पर दो कारण होते हैं, इनमें से पहला कारण संक्रमित व्यक्ति की सुई किसी दूसरे पर इस्तेमाल करने पर और दूसरा इंजेक्शन से नशीली दवाओं का सेवन है। आजकल युवाओं में नशीली इंजेक्शन लेने का चलन बढ़ रहा है, जिन्हें इंजेक्शन ड्रग यूजर कहा जाता है। ऐसे मरीज जिले के कई इलाकों से सामने आए हैं। हैरानी की बात यह है कि इन सबकी उम्र 30 साल से भी कम है।

इंजेक्शन से ऐसे फैलता है एचआईवी का संक्रमण

आईसीटीसी काउंसलर अजरा खान ने बताया कि जो युवा नशे के लिए इंजेक्शन वाली दवाएं लेते हैं, वह एक ही इंजेक्शन को आपस में साझा कर बार-बार इस्तेमाल करते हैं। ऐसे ग्रुप में दो, चार या उससे ज्यादा युवक शामिल हो सकते हैं। कोई युवक अगर एक संक्रमित के साथ नशा कर दूसरे ग्रुप में जाता है और वहां उनके साथ उसी सिरिंज या सुई का इस्तेमाल नशा करता है तो ऐसे में संक्रमण तेजी से फैलता है। ऐसे में अगर कोई शादीशुदा है तो फिर वह अपनी पत्नी को संक्रमित कर देता है और अगर वह गर्भवती है तो फिर यह संक्रमण उसके बच्चे तक भी पहुँच जाता है।