कलेक्टर कर रहीं दिन में स्कूलों और रात में छात्रावासों का निरीक्षण…,शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाना और बच्चों तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाना है उद्देश्य…,बैठक लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश…

कलेक्टर का उद्देश्य है कि जिले के स्कूलों के परीक्षा परिणाम बेहतर से बेहतर आएं…

पेण्ड्रा।गौरेला।मरवाही (CG MP TIMES/07 अक्टूबर 2024) :
कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी आदिवासी बहुल जीपीएम जिले के स्कूलों का दिन में और छात्रावासों का रात में लगातार औचक निरीक्षण करके शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाने का प्रयत्न कर रही हैं। कलेक्टर का उद्देश्य है कि जिले के स्कूलों के परीक्षा परिणाम बेहतर से बेहतर आए। इसके लिए कलेक्टर द्वारा शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक भी अलग से लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए जाते हैं और निरीक्षण के दौरान मिलने वाली कमी को भी शिक्षा अधिकारियों बताकर उसमें सुधार लाने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए निर्देश दिया जाता है।

कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने मरवाही विकासखंड के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र के बालक एवं बालिका छात्रावासों का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने शुक्रवार को देर रात पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक एवं बालिका छात्रावास मरवाही, प्री मैट्रिक आदिवासी बालक एवं कन्या छात्रावास सिवनी, कमला नेहरू प्री मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास निमधा और प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास निमधा का निरीक्षण किया। उन्होंने छात्र-छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था, भोजन, पढ़ाई लिखाई, साफ-सफाई, परिसर में प्रकाश व्यवस्था, स्वास्थ्य परीक्षण आदि का जायजा लिया। कलेक्टर ने छात्रावास के अधीक्षकों तथा बच्चों की दर्ज संख्या एवं छात्रावास में उपस्थिति की जानकारी ली।  

कलेक्टर ने छात्रावास के बच्चों से बात की और उन्हें मिलने वाले भोजन के बारे में पूछा। उन्होंने पूछा कि छात्रावास में किसी प्रकार की परेशानी तो नहीं है। कलेक्टर ने बच्चो से पढ़ाई-लिखाई की बात की, बच्चों से पहाड़ा सुनाने के लिए बोला गया और कौन क्या बनना चाहते है उसके लिए लक्ष्य भी निर्धारित करे और मेहनत करने को कहा जिससे लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। उन्होंने बच्चों को रट्टा मारकर नही बल्कि समझकर पढ़ने के लिए और विधार्थी जीवन अनुशासित होने की बात कही साथ ही पढ़ाई करने में उनका मनोबल बढ़ाया।

कलेक्टर ने छात्रावास में चल रहे निर्माण का निरीक्षण किया तथा अधीक्षकों को आवश्यक निर्देश दिए। साथ ही परियोजना प्रशासक डॉ ललित शुक्ला ने अपने अनुभव साझा करते हुए बच्चों को बताया कि अब आपके पास बहुत ज्यादा सुविधाए उपलब्ध हो गई है, पहले हम बैठने के लिए बस्ता में घर से बोरा लेके जाते थे अब यह स्थिति नहीं है। उन्होंने एक आदर्श विद्यार्थी में होने वाले पंचगुण के बारे में बताते हुए कहा कि ‘काक चेष्टा बको ध्यानं, श्वान निद्रा तथैव च। अल्पाहारी गृहत्यागी, विद्यार्थी पंच लक्षणम्’ श्लोक का अर्थ भी बच्चों को समझाया गया और कहा ये पांच गुण हमेशा विधार्थी में होना चाहिए, जिससे आप आगे बढ़ सकते हैं। निरीक्षण के दौरान पर्यटन विकास के जिला नोडल डॉ राहुल गौतम भी उपस्थित थे।

कलेक्टर ने शनिवार को बैठक लेकर शिक्षा विभाग के कामकाज की समीक्षा की

कलेक्टर ने मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना की जानकारी, आय, जाति और निवासी प्रमाण पत्र की ब्लॉकवार स्थिति, समग्र शिक्षा अंतर्गत निर्माण कार्यों की समीक्षा, पाठ्यपुस्तक, गणवेश, मध्यान्ह भोजन शत् प्रतिशत समूह के माध्यम से संचालन, सायकल वितरण, छात्रवृत्ति, उल्लास कार्यक्रम के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने बच्चों की दर्ज संख्या, अल्पसंख्यक विद्यार्थियो की संख्या, दिव्यांग विद्यार्थियों की जानकारी के साथ ही अपार आईडी जनरेट की स्थिति, यू डाइस और इंस्पायर अवार्ड में नामांकन की स्थिति पर चर्चा की गई।

साक्षरता केंद्रों में बीईओ और बीआरसी को विजिट करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चों को योजनाओं से लाभ मिले। साथ ही अपार आईडी की रिपोर्ट प्रतिदिन भेजने अधिकारियों को कहा गया। बच्चों के शत् प्रतिशत जाति प्रमाण पत्र बनाने कलेक्टर ने अक्टूबर के अंत तक करने और विभागीय कार्यों में प्रगति लाने निर्देश दिए। बैठक में एसडीएम मरवाही दिलेराम डाहिरे, संयुक्त कलेक्टर प्रिया गोयल, जिला शिक्षा अधिकारी जेके शास्त्री, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी गौरेला डॉ. संजीव शुक्ला, पेंड्रा आरएन चंद्रा, मरवाही दिलीप पटेल, बीआरसीसी, नोडल अधिकारी उपस्थित थे।